आज की ताजा खबर

मैनपुरी के मशरूम उत्पादन केंद्र में लगी भीषण आग

top-news

मैनपुरी/बेवर। क्षेत्र के गांव करपिया स्थित मशरूम उत्पादन केंद्र में रविवार सुबह आग लग गई। जब तक जानकारी हुई, तब तक आग प्लांट में फैल चुकी थी। फायर बिग्रेड कर्मी आग बुझाने के प्रयास में जुट गए, काबू न होने पर आगरा और कानपुर से हाइड्रोलिक मशीनें मंगाई गईं। करीब आठ घंटे की मशक्कत के बाद शाम करीब चार बजे लगा कि लपटों पर काबू पा लिया गया है, लेकिन शाम छह बजे फिर से लपटें दिखाई देने लगीं। दमकल की टीम मौके पर आग बुझाने में जुटी हैं।
बेवर निवासी मनोज सिंह ने कुछ वर्ष पहले करपिया में कोल्ड स्टोर की शुरुआत की थी। बाद में कोल्ड स्टोर को मशरूम उत्पादन केंद्र बना दिया। देखरेख का जिम्मा कमलेश कुमार सिंह के पास है। रविवार सुबह गार्ड राजन बिजली बंद करने लिए प्लांट में गया तो धुआं उठता देख शोर मचाया। रक्षाबंधन के चलते अधिकतर कर्मचारी अवकाश पर थे। मशीन ऑपरेटर ने तुरंत ही बिजली काट दी। प्लांट के मैनेजर रोहतक निवासी सत्यवीर ने प्लांट मालिक को आग लगने की जानकारी दी। इसके बाद दमकल के कई वाहन करपिया स्थित मशरूम उत्पादन केंद्र पहुंच गए। मगर, तब तक आग ने केंद्र को चारों ओर से घेर लिया था। आग की लपटें और धुएं का गुबार उठ रहा था। दमकल वाहनों से कर्मियों ने आग को बुझाने के प्रयास शुरू कर दिए, मगर आग बुझने की बजाय भड़कती जा रही थी। सूचना पर अपर पुलिस अधीक्षक नगर अरुण कुमार सिंह, एसडीएम संध्या शर्मा, सीओ सिटी संतोष कुमार सिंह पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे।
दूसरे जिलों से भी मंगाई गई दमकल
आग का विकराल रूप देख फरुर्खाबाद, इटावा, फिरोजाबाद, कन्नौज, छिबरामऊ से दमकल वाहनों को बुलाया गया। दर्जनों वाहन आग को बुझाने के प्रयास में जुट गए। दोपहर को कन्नौज के मुख्य अग्निशमन अधिकारी मुकीमुल हक टीम के साथ पहुंचे। आगरा और कानपुर से हाइड्रोलिक मशीनें आग बुझाने के लिए आ गईं। करीब आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद प्लांट में लगी भीषण आग को बुझाया जा सका। हालांकि अधिक गर्मी होने की वजह से कोई भी अंदर जाने की हिम्मत नहीं जुटा सका। केयर टेकर ने करीब 20 से 25 करोड़ रुपये के नुकसान की बात कही है। मशरूम प्लांट में 100 केवीए के सोलर पावर प्लांट व अन्य मशीनों भी जली हैं।
प्लांट में 10 ब्लॉक में बने हैं 70 कमरे
गांव करपिया में मशरूम उत्पादन केंद्र सात मंजिल का बना हुआ है, 10 ब्लॉक करीब 70 कमरे बने हुए हैं। इनमें मशरूम का बडे़ पैमाने पर उत्पादन होता है। प्लांट में प्रतिदिन चार से पांच टन मशरूम दिल्ली आजादपुर मंडी, लखनऊ और गोरखपुर की मंडियों में बिक्री के लिए भेजा जाता था। प्लांट में करीब 60 नियमित कर्मचारी हैं। शनिवार को रक्षा बंधन की वजह से अधिकतर कर्मी छुट्टी पर थे। उत्पादन केंद्र में 10 से अधिक कर्मी दैनिक मजदूरी पर कार्य करते हैं।
आसपास के क्षेत्र की बिजली काट दी गई
गांव करपिया स्थित मशरूम प्लांट में भीषण आग लगने के बाद विद्युत निगम के अधिकारियों को जानकारी दी गई। इसके बाद प्लांट व आसपास के क्षेत्र की बिजली आपूर्ति को बंद कर दिया गया।
दैनिक मजदूरों के सामने भरण पोषण की समस्या
बेवर क्षेत्र स्थित मशरूम उपत्पादन केंद्र से जहां 60 नियमित कर्मियों के परिवार पलते हैं। वहीं 100 से अधिक गरीब परिवारों के घरों में चूल्हा भी यहां काम करने के बाद जलता है। 100 से अधिक महिलाएं, पुरुष आदि प्लांट में कटाई, छटाई आदि का काम कर अपना व परिवार का भरण पोषण करती आ रही हैं। रविवार को हुई इस घटना के बाद उनके सामने बस समस्या खड़ी हो गई है।
नीदरलैंड की टेक्नोलॉजी से बना है कोल्ड स्टोर
कोल्ड स्टोर की बिल्डिंग का निर्माण नीदरलैंड की टेक्नोलॉजी पर किया गया था। बाद में इसे मशरूम उत्पादन केंद्र का रूप दे दिया गया। मशरूम प्लांट को ठंडा रखे जाने के लिए कूलिंग सिस्टम लगा है, आग से कूलिंग सिस्टम में काफी नुकसान हुआ है।

https://lokbharti.co.in/ad/adds.jpg

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *